आज मैं एक सच्ची कहानी बताने वाला हूँ जो सत्र 2010 की कहानी है जिसको कोशिश करूंगा कम से कम शब्दों में आप तक पहुँचा सकूँ यह एक ऐसी कहानी है सच में अगर आप किसी से प्यार करते है या किये होंगे तो आप जरूर समझेंगे ॥
एक लड़का था जिसकी उम्र कुछ 15 साल के आस पास थी। उसका रंग साँवला था। लड़का बहुत ही सीधा साधा था और बहुत ही सर्मिला भी था वह हमेशा लड़कियों से बहुत दूर रहता था। जब भी कोई लड़की उससे बोलती तो वह बोलता था लेकिन जल्दी ही जो भी बोलने के बाद दूर हट जाता था । उस लड़के की आदत थी की वह लड़कियों से हमेशा दूर रहने की कोशिश करता था ।
एक बार कहीं लड़के के रिश्तेदारी में शादी थी। उसके यहा भी शादी में बुलावा आया था । लड़का शादी में कुछ दिन पहले ही जाता है। शादी का माहौल था बहुत से लोग बहुत से रिश्तेदार भी शादी में आए हुए थे। लड़का ज़िम्मेदारी वाले काम बहुत अच्छे से हमेशा निभाता था । तो लड़के को शादी में बहुत सी ज़िम्मेदारी वाले काम दे दिया गया था। तो लड़के को हलवाइयों से मिठाई बनवाना, खाना बनवाना, और इन सबकी देख रेख की ज़िम्मेदारी दे दी गयी।
अब लड़का सोच रहा था की इतनी सारी ज़िम्मेदारी कैसे निभायी जाय। फिर उसने एक उपाय सोचा की क्यों न हम खाना बनाने वाले और मिठाई बनाने वाले को एक जगह से ही दोनों काम कर लिया जाय जिससे मुझको जादा दौड़ भाग भी नहीं करना पड़ेगा और काम भी आसानी से हो जाएगा । और लड़के ने ऐसा ही किया । सारे काम पूरी ज़िम्मेदारी से निभा रहा था ।
उसकी ये मेहनत और उसकी सादगी और उसकी ये मासूमियत देखकर दो लड़कियां उसको मन ही मन चाहने लगीं। लड़का अब भी अपना काम में व्यस्त था और लड़कियां उसके बारे में जानने की कोशिश करने लगी की कौन है?कहा का रहने वाला है? उसका क्या नाम है? धीरे धीरे वो सब लड़के के बारे में सारी जानकारी पता कर ली अब वो दोनों लड़कियां उससे बात करने की कोशिश करने लगी किसी न किसी बहाने से लेकिन लड़का फिर भी उनका जवाब बस हाँ और ना में ही ज्यादा तर देता था । अभी शादी में 1 दिन बचे थे। लड़का मसाला कूट रहा था अचानक उसके एक उंगली पर चोट लग जाती है। और लड़का दर्द से तिलमिलाने लगता है तभी उसकी नानी देख लेती हैं और उसका तुरन्त घरेलू उपचार करके डॉक्टर के पास दवा लेने के लिए भेज देती हैं। लड़का वह से दवा लेकर आता है और फिर अपने काम में लग जाता है।
जब यह बात उन लड़कियों को पता चलती है तो वह फौरन आती हैं और पूछने लगी की कहा चोट लगी कैसी लगी ? लड़का कहता है कहीं नहीं बस थोड़ी सी लगी है दवा ले लिया है सही है अब । तब तक दूसरी लड़की भी आ जाती है वह देख कर लड़के को परेसान हो जाती है और कहती है आप रहने दीजिये हम लोग काम कर लेंगे। लड़का बहुत ही प्यार से कहा की नहीं इसकी कोई जरूरत नहीं है और इतनी चोट भी नहीं लगी है मैं काम कर लूँगा । यह कह कर लड़का अपने काम में लग जाता है।
रात का समय था और लड़का बहुत थक गया था तो वह वही बिना बिस्तर के सो गया । और अब दोनों लड़कियों में शर्त लगी की देखो वो किसको पसंद करता है। एक लड़की उसमे से लड़के की साली लगती थी। उसने लड़के को परेशान करना शुरू कर दिया। लेकिन लड़का फिर भी उन्हे कुछ नहीं कहा। वो ऐसा देखकर खुद ही परेशान करना बंद कर देती है।
लड़के की मौसी वही रहती है और कहती है की तुमको इतना सब परेशान कर रही है तुम भी उन्हे परेशान करो तुम्हारा भी तो हक है। लेकिन लड़का फिर भी कुछ नहीं कहता है। लेकिन अब लड़के को भी उनका परेशान करना अच्छा लगता था। आज शादी का दिन था और सब लोग तैयार हो रहे थे लगका भी तैयार होने चला जाता है और कुछ टाइम बाद तैयार होकर आता है।
और वो दोनों लड़कियां भी आती है और उससे पुछती है की हम कैसे लग रहे हैं। लड़का कहता है की बहुत अच्छी लग रही हैं। बारात चली जाती है और अच्छी तरह से शादी बीत जाती है। जब अगले दिन बारात वापस तो लड़का भी अपने किसी रिश्तेदार के साथ कुछ काम से बाहर चला जाता है तो लड़कियां सोचती है की वो चला गया अब उसका नंबर कैसे मिलेगा। लेकिन जब शाम को वापस आता है तो वो बहुत खुश हो जाती है। और उसमे से एक लड़की रोटी बना रही थी जो उसके रिश्ते में साली लगती थी। उसने कहा खाना खा लीजिये लड़के ने कहा हमने तो आज बाहर से ही खा लिए है मेरे पास मूँगफली है आप खाएँगी तो लीजिये और वो ले लेती है ये सब दूसरी लड़की छुप के देख रही थी। बाद में लड़की उससे कहती है मैं जान गयी की वो तुम्हें पसंद करता है लेकिन हकीकत तो ये थी लड़का किसी को उस नजरिए से पसंद नहीं करता था।
शादी बीत चुका था अब सब लोग अपने अपने घर जाने लगे लेकिन जो साली लगता थी वो भी जा रही थी और लड़के के लिए रोने लगी जब की उस लड़की का काही रिश्ता पक्का हो चुका था। और ये बात लड़के को पता थी । लड़का बस बाय-बाय कह कर चला गया। और लड़की को और उसके मम्मी पापा को लोग स्टेशन छोडने चले जाते हैं।
अब दूसरी लड़की बची थी शाम को वह भी जाने वाली थी लेकिन वह भी लड़के का नंबर लेना चाहती थी लेकिन लड़के से कह नहीं पा रही थी। क्यों कि लड़का थोड़ा परेशान लग रहा था उसका उसी दिन उसका हाइ स्कूल का रिज़ल्ट आया था उसके नंबर थोड़े कम आए। जब लड़की को यह बात पता चलती है तो उसे समझाती है कि कोई बात नहीं प्रथम स्थान तो आए हो न कोई बात नहीं। आगे मेहनत करना और अच्छे नंबर लाना। लड़का अपने पास होने कि खुशी में सबको मिठाई खिलता है।
अब लड़की को अपने घर जाना था तो वह परेशान होने लगी कि अब मैं बिछड़ जाऊँगी फिर पता नहही कभी मुलाक़ात होगी या नहीं । लेकिन जब भैया ने बताया की यही तुम्हें छोड़ने जाएगा तो लड़की तो बहुत खुश हो जाती है। और जल्दी से जाने के लिए तैयार हो जाती है।और लड़का उसे उसके घर छोड़कर चला आता है।
लड़की जो उसके लड़के के रिश्ते में साली लगती थी उसने लड़के का नंबर भाभी से कह कर ले लिया। अब लड़के के पास एक दिन फोन करती है और लड़का जब पहचानता है तब उससे हाल चल पूछता है और फोन रख देता है। लेकिन अब वह लड़की इस लड़के के प्यार में बिल्कुल खोने लगी थी। धीरे धीरे दोनों में बातें होने लगी और लड़का अब भी एक अच्छे दोस्त या एक सच्चे इंसान कि तरह ही बात करता था। लेकीन लड़की उससे हँसी मज़ाक सब करती थी। लड़का भी अब उससे बात करना अच्छा लगने लगा था लेकिन यह ज्यादा दिन नहीं चला और फिर एक दिन लड़की शादी हो जाती है और लड़के से बात चीत भी करना बंद हो जाता है।
आपको यह कहानी कैसी लगी आप हमे कमेंट बॉक्स के माध्यम से जरूर बताए । और ये भी बतायें कि क्या आपको इसका दूसरा भाग भी चाहिए कि दूसरी लड़की का क्या हुआ या उससे भी बात आगे बढ़ी या क्या हुआ तो हमे कमेंट जरूर करें॥